सिर्फ इंसान होने की हैसियत का गुरूर जैसे आसमान, पेड़, या मैदान की शान और शख्सियत

मुक्तिबोध शृंखला:39 “एक निर्मल निश्चल आत्मीयता मुक्तिबोध के स्वभाव की लुभावनी खूबी थी. एक साथ ही एक बेचैनी—अपने आपको जानने की, अपने आसपास की दुनिया और उसके लोगों को, उनके और अपने, उनके और दूसरों के संबंधों को समझने की …सच्चाई को, ज़िंदगी के अर्थ को किसी तरह हासिल कर लेने की तड़प.” अपने मित्र … Continue reading सिर्फ इंसान होने की हैसियत का गुरूर जैसे आसमान, पेड़, या मैदान की शान और शख्सियत →

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